नन्हा गुरु, विशाल हृदय : सिखों के आठवें गुरु, सेवा की बने प्रतिमूर्ति (लीड-1)
नई दिल्ली, 6 जुलाई (आईएएनएस)। सिखों के इतिहास में जब भी निःस्वार्थ सेवा, करुणा और मानवता के अद्भुत उदाहरणों की चर्चा होती है, गुरु हर किशन जी का नाम श्रद्धा और आदर के साथ लिया जाता है। सिखों के आठवें गुरु रहे गुरु हर किशन जी ने महज पांच साल की उम्र में गुरु गद्दी संभाली और अपने छोटे से जीवन में ऐसा उदाहरण प्रस्तुत किया, जिसे आज भी दुनिया श्रद्धा से याद करती है।